Bihar Voter List Revision : बिहार की मतदाता सूची से 71 लाख 38 हज़ार 870 मतदाताओं के नाम हटना लगभग तय है। चुनाव आयोग ने बुधवार को बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण से संबंधित आंकड़े जारी किए हैं।

जिसमें आयोग ने बताया कि लगभग 35 लाख 69 हज़ार 435 लोग अपने पते पर नहीं मिले। ऐसे मतदाताओं के बारे में संबंधित बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) से रिपोर्ट ली जा रही है। आयोग का मानना है कि इनमें से कुछ लोग स्थायी रूप से बाहर चले गए हैं, या उनका पता बदल गया है।

12.55 लाख की हो चुकी है मृत्यु : इसके अलावा, सत्यापन के दौरान 12 लाख 55 हज़ार 620 मतदाताओं की मृत्यु की पुष्टि हुई है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि मृत मतदाताओं के नाम आधार लिंक के माध्यम से मतदाता सूची से हटाए जाएँगे, ताकि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में एक उचित सूची हो।

वहीं, लगभग 5 लाख 76 हज़ार 479 लोग ऐसे भी पाए गए हैं जिनके नाम एक से ज़्यादा जगहों पर दर्ज थे। इनकी पहचान कर उन्हें हटाने की प्रक्रिया भी तेज़ी से चल रही है। चुनाव आयोग ने उन नागरिकों से अपील की है जिनका सत्यापन अभी तक नहीं हुआ है, वे जल्द से जल्द अपने बीएलओ से संपर्क करें और दस्तावेज़ उपलब्ध कराएँ।

17.37 लाख मतदाताओं ने बदला स्थान : आयोग ने बताया कि राज्य में 17 लाख 37 हज़ार 336 मतदाता ऐसे हैं जिन्होंने अपना स्थान बदल लिया है। ऐसे मतदाताओं को नए पते पर मतदान करने की सुविधा प्रदान करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।


आपको बता दें कि मतदाता सूची का यह सत्यापन अभियान पूरे राज्य में एक साथ चलाया जा रहा है। चुनाव आयोग का मानना है कि इससे न केवल मृत या पलायन कर चुके मतदाताओं के नाम हटेंगे, बल्कि पहली बार मतदान करने वालों के लिए पंजीकरण में भी सुविधा होगी।

