बिहार में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों द्वारा दुर्गा पूजा और छठ की छुट्टियां बढ़ाने की मांग जोर पकड़ रही है। सोशल मीडिया पर #RestorePoojaVacations अभियान के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी शिक्षकों की मांग का समर्थन किया है, जिससे राज्य में सियासी गर्मी और बढ़ गई है।
दुर्गा पूजा और छठ बिहार के सबसे प्रमुख त्योहारों में से हैं, लेकिन हाल ही में राज्य के शिक्षकों को मिलने वाली इन छुट्टियों में कटौती कर दी गई थी। पहले जहां शिक्षकों को इन पर्वों पर 23 दिनों की छुट्टी मिलती थी, अब उसे घटाकर 11 दिन कर दिया गया है। इसमें दुर्गा पूजा पर केवल तीन दिन, दीपावली पर एक दिन और छठ पूजा पर दो दिनों की छुट्टी दी जा रही है। शिक्षकों का मानना है कि त्योहारों के इस महत्वपूर्ण समय पर उनके लिए पर्याप्त छुट्टियां नहीं दी जा रही हैं, जिससे उनके पारिवारिक और सांस्कृतिक जुड़ाव पर असर पड़ रहा है।
शिक्षकों की इस मांग के समर्थन में शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक बड़ा अभियान चलाया गया। #RestorePoojaVacations हैशटैग के तहत शिक्षकों ने राज्य सरकार से छुट्टियों को बहाल करने की मांग की, जिससे यह ट्रेंड कुछ घंटों तक सुर्खियों में रहा।
बीजेपी के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय दी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की कि दुर्गा पूजा के दौरान 2 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक शिक्षकों को छुट्टी दी जाए। उन्होंने कहा कि यह पर्व बिहार की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है और शिक्षकों को अपने परिवार के साथ इसे मनाने का पूरा अवसर मिलना चाहिए।
हालांकि, जेडीयू के प्रवक्ता अरविंद निषाद ने गिरिराज सिंह के इस बयान पर तंज कसते हुए कहा कि अगर केंद्रीय मंत्री को वास्तव में नवरात्र और छठ के महत्व का एहसास है, तो उन्हें पूरे राज्य में फलाहार की व्यवस्था करनी चाहिए। इस बयान से सियासी हलकों में खींचतान और बढ़ गई है, और दोनों दलों के बीच इस मुद्दे को लेकर तनातनी जारी है।