Bihar News : बिहार विधानसभा में बजट सत्र के 17वें दिन विपक्ष ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर सदन में हंगामा किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राजद और भाकपा माले के विधायक वेल में पहुंच गए। इस दौरान कुछ विधायकों ने कुर्सियां उठा लीं। उन्होंने टेबल पलटने की भी कोशिश की।

इस दौरान स्पीकर नंद किशोर यादव ने कई बार विधायकों से अपनी जगह पर बैठने को कहा, लेकिन वे नहीं माने। स्पीकर ने कहा, ’18 दिन आपके समर्थन से सदन अच्छे से चला है. अब सिर्फ दो दिन बचे हैं। आप क्यों हंगामा कर रहे हैं। सदन को चलने दीजिए। ‘

स्पीकर की अपील के बाद भी विपक्षी विधायक हंगामा करते रहे। तब स्पीकर ने कहा, ‘आप जो कर रहे हैं, उसे बच्चे भी देख रहे हैं। आप क्या चाहते हैं, सदन को स्थगित कर दीजिए। ‘ जिसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। पहले सत्र में सदन सिर्फ 10 मिनट ही चल सका था। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी सीएम नीतीश बैठे रहे।


उन्होंने मांगों को लेकर भाकपा माले विधायक महबूब आलम से पत्र मांगा। सीएम नीतीश पत्र पढ़ने में व्यस्त थे। वे विपक्ष से सदन स्थगन के बारे में पूछते नजर आए। तभी सम्राट चौधरी ने सीएम को सदन की कार्यवाही स्थगित होने की जानकारी दी। फिर उन्होंने इशारों में पूछा- ‘अध्यक्ष कहां चले गए?’

राजद के महुआ विधायक मुकेश कुमार रौशन ने सदन में लालू को भारत रत्न दिए जाने की मांग की। मुकेश कुमार रौशन ने कहा, ‘लालू यादव सामाजिक न्याय के पुरोधा हैं। राज्य सरकार को उन्हें भारत रत्न दिए जाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजना चाहिए।’
इसके जवाब में संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा, ‘सरकार का अभी ऐसा कोई प्रस्ताव पारित करने का कोई विचार नहीं है।’
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने प्रस्ताव को खारिज करने के लिए वोटिंग कराई। वोटिंग के बाद सत्ता पक्ष के बहुमत में आने के बाद प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया।
तेजस्वी-तेजप्रताप ने कहा- ‘सीएम नीतीश को माफी मांगनी चाहिए’:
बुधवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव ने राबड़ी देवी को नीतीश से बेहतर मुख्यमंत्री बताया है। दोनों ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मुख्यमंत्री की ऐसी आपत्तिजनक भाषा, दुर्व्यवहार, अशिष्ट व्यवहार और अपमान नारी शक्ति का घोर अपमान है और महिलाओं को हीन समझने वाली पुरुषवादी मानसिकता का भी परिचायक है।’
नीतीश कुमार जी को इस व्यवहार और इस टिप्पणी के लिए तत्काल प्रभाव से बिहार की महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।’