बिहार सरकार के सात निश्चय-2 के तहत प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को 87 आईटीआई संस्थानों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने की योजना का शिलान्यास किया। यह पहल बिहार के तकनीकी और औद्योगिक प्रशिक्षण को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस अवसर पर 408.75 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया, जो राज्य के 87 आईटीआई संस्थानों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने के लिए उपयोग की जाएंगी। इन सेंटरों का उद्देश्य छात्रों को उन्नत तकनीकी शिक्षा प्रदान करना और उन्हें उद्योगों की बदलती मांगों के अनुरूप प्रशिक्षित करना है। मुख्यमंत्री ने पटना सिटी में एक नवनिर्मित आईटीआई भवन का उद्घाटन भी किया, जहां उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से वहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने गायघाट में एक अन्य महत्वपूर्ण परियोजना का लोकार्पण किया—जेपी गंगा पथ और कृष्णा घाट के संपर्क मार्ग का। इस नवनिर्मित संपर्कता से अशोक राजपथ पर ट्रैफिक जाम से निजात मिलने की उम्मीद है, जिससे पटना के आवागमन में काफी सहूलियत होगी। गायघाट में बने अप रैंप से भी जेपी गंगा पथ का उपयोग करने वाले लोगों को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी घाट पर जाकर गंगा के घटते जलस्तर का भी निरीक्षण किया और वहां की स्थिति पर विचार-विमर्श किया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद थे, जिन्होंने इस योजना की सराहना की और इसे राज्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
शादियां आमतौर पर खुशियों का मौका होती हैं, लेकिन समस्तीपुर जिले के विक्रमपुर गांव में…
पेंशनभोगियों के लिए हर साल नवंबर का महीना अक्सर औपचारिकताओं से भरा होता है। लेकिन…
राज्य के सरकारी अस्पतालों में अब भी लगभग 45 फीसदी डॉक्टर कम हैं। इससे सरकारी…
समस्तीपुर ज़िले के हसनपुर थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां तेज…
समस्तीपुर जिले में रबी की खेती करने वाले किसान इस बार डीएपी खाद की भारी…
बिहार शिक्षा विभाग ने राज्य के शिक्षकों और छात्रों के लिए राहतभरी घोषणाएं की हैं।…