Bihar Crime News : बिहार के वैशाली जिले के गोरौल थाना क्षेत्र में एक युवती का शव मक्के के खेत से बरामद हुआ, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है। बताया जा रहा है कि करीब युवती दो महीने पहले घर से कॉलेज के लिए निकली थी। उसके बाद फिर घर नहीं लौटी। इसके बाद युवती के माता-पिता ने देर होने पर पुलिस से संपर्क किया। लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। इस मामले में गोरौल और भगवानपुर थानाध्यक्ष की लापरवाही सामने आई है। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ललित मोहन शर्मा ने गोरौल थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया। वहीं, भगवानपुर थानाध्यक्ष के निलंबन का प्रस्ताव तिरहुत रेंज के डीआईजी को भेजा है।

पुलिस ने नहीं की अपहरण की एफआईआर दर्ज :
जानकारी के अनुसार, पीरापुर गांव निवासी वीरचंद्र सिंह की 20 वर्षीय पुत्री संजना कुमारी पिछले 27 मई को कॉलेज एडमिट कार्ड लाने गई थी और फिर घर नहीं लौटी। बताया गया है कि कॉलेज से घर लौटते समय उसका अपहरण कर लिया गया। लड़की के घर न पहुँचने पर उसके माता-पिता गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने भगवानपुर थाने पहुँचे, लेकिन थानेदार ने उन्हें वहाँ से भगा दिया। इसके बाद संजना के पिता रोते-बिलखते गोरौल थाने पहुँचे, लेकिन वहाँ भी उनकी किसी ने नहीं सुनी। इससे परेशान होकर उन्होंने अदालत का सहारा लिया। अदालत के आदेश के बावजूद प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई।


अपहरण और हत्या के इस मामले में पुलिस की लापरवाही का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि कॉलेज से घर के लिए निकली छात्रा के अपहरण के बाद भी पुलिस ने दो महीने तक मामला दर्ज नहीं किया। लापता छात्रा की तलाश में परिजन महीनों तक थाने के चक्कर लगाते रहे। माता-पिता की शिकायत तो दूर, कोर्ट के आदेश के बाद भी पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। कोर्ट के आदेश के बावजूद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज नहीं किया। अब लड़की का शव मक्के के खेत से बरामद हुआ है।

एसपी ने लिया एक्शन, दोनों थानाध्यक्ष पर निलंबन की कार्रवाई :
वहीं अब इस मामले में पुलिस अधीक्षक ललित मोहन शर्मा ने गोरौल थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया। वहीं, भगवानपुर थानाध्यक्ष के निलंबन का प्रस्ताव तिरहुत रेंज के डीआईजी को भेजा है। इस संबंध में एसपी ने बताया कि युवती का शव मिलने के मामले में गोरौल थानाध्यक्ष रोशन कुमार को निलंबित किया गया है। वहीं, भगवानपुर थानाध्यक्ष शंभू प्रसाद के निलंबन का प्रस्ताव डीआईजी को भेजा गया है।

उन्होंने कहा कि पीरापुर गांव निवासी वीरचंद्र सिंह की 20 वर्षीय पुत्री संजना कुमारी पिछले 27 मई को कॉलेज गई थी और गायब हो गई थी। इसके बाद युवती की मां ने भगवानपुर थाने में अपहरण की शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में ना तो प्राथमिकी दर्ज की और ना ही युवती की खोजबीन का ही प्रयास किया।

एसपी ने बताया कि किसी भी मामले में कोई भी व्यक्ति थाने में जीरो एफआईआर दर्ज करवा सकता है, लेकिन थानाध्यक्ष ने एफआईआर दर्ज नहीं की।

