समस्तीपुर, 4 मार्च | संवाददाता
ED Raid in Samastipur : बिहार में शराबबंदी के बाद अवैध तरीके से शराब की सप्लाई कर अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले माफियाओं पर अब ईडी ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में शुक्रवार को पटना से आयी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने समस्तीपुर ( ED Raid in Samastipur ) में बड़ी कार्रवाई करते हुए विभूतिपुर थाना क्षेत्र के कल्याणपुर दक्षिण समर्था गांव के चर्चित शराब माफिया बीडीओ राय के घर समेत एक अन्य स्थान को खंगाला। जिसमे अवैध लेन – देन एवं संपत्ति से जुड़े कागजात समेत अन्य कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। बड़ी संख्या में बैंक खाते और इनमें लेनदेन से जुड़ी जानकारी भी मिली है। वीडियो राय अभी फरार चल रहा है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने 2022 में सुनील और दोरजी के खिलाफ छानबीन शुरू की थी।
बता दें कि बिहार पुलिस ने पिछले दिनों वीडियो राय के विरुद्ध प्रीवेंशन ऑफ मनी लौंड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव ईडी को भेजा था। मामले की जांच के बाद ईडी ने वीडियो राय की 3.51 करोड़ की 8 प्लॉट को अस्थाई तौर पर जब्त कर लिया है। वीडियो राय और परिवार के सदस्यों के खिलाफ पीएमएल के तहत यह कार्रवाई की गई है।
इस दौरान ईडी की टीम ने बीडीओ यादव ( ED Raid in Samastipur ) के घर की घेराबंदी करने के साथ ही उसके घर की ओर जाने वाले रास्तों को पूरी तरह बंद कर दिया था। करीब एक सौ सुरक्षा बल के जवानों के साथ ईडी की टीम ने गांव में धावा बोला था। ईडी की इस कार्रवाई में स्थानीय पुलिस शामिल नहीं थी। बताया जाता है कि पटना से आयी ईडी की टीम में एक दर्जन से अधिक अधिकारी शामिल हैं। छापेमारी के बाद सभी घर में उन दस्तावेजों की तलाश शुरू की जिससे यह पता चले कि अवैध कमाई की राशि किस किस मद में और कहां कहां लगायी गयी है। हालांकि इस दौरान आरोपी बीडीओ राय के परिवार का कोई सदस्य घर पर नहीं था।
बताया गया है कि ईडी की दूसरी टीम ने दलसिंहसराय स्थित बीडीओ राय के एक अन्य आवास पर भी छापेमारी की। विदित हो कि पिछले साल 5 सितम्बर को भी ईडी की टीम ने बीडीओ राय के घर पर छापेमारी की थी। उस समय भी टीम के सदस्यों ने कई घंटे तक गहन तलाशी ली थी।
वीडियो राय पर आपराधिक साजिश, जालसाली आदि में कई मामले दर्ज :
वीडियो राय के खिलाफ आपराधिक साजिश, चोरी की संपत्ति छिपाने में सहायता करने, धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करने, जालसाजी, जाली दस्तावेज के उपयोग, आर्म्स एक्ट व अन्य अपराधों के मामले में तीन एफआईआर दर्ज है।