समस्तीपुर में जिला परिषद अध्यक्ष (Zila Parishad Adhyaksh) और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव की घोषणा होते ही राजनैतिक गठजोड के लिए कवायद शुरू हो गई। धन बल, बाहुबल के साथ ही जातीय समीकरण की बिसात बिछने लगी है। इस बीच जिला परिषद में इस बार आए पांच नए और चार पुराने चेहरों के बीच ही जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के ताज का फैसला होगा। हालांकि इनमें पांच ऐसे भी चेहरे है जो राजनीति के पुराने माहिर हैं और वो इस पद के लिए अपना हर दाव लगा सकते हैं।
वहीं पुराने चेहरे में कुछ ऐसे हैं जो परिषद के राजनैतिक तोड़-फोड़ में माहिर हैं इस बीच वे अपने मकसद में कामयाब भी रहे है। माना जा रहा है कि वो भी इस बार शीर्ष पद के लिए अपनी दावेदारी का दाव खेल सकते हैं। जो भी हो इस पद के लिए इस बार नए व पुराने चेहरों की ही प्रबल दावेदारी होगी। अध्यक्ष पद के लिए इस बार नए चेहरों की संख्या दो है और बोर्ड में महिलाओं की संख्या 29 है। जिला परिषद के अध्यक्ष उपाध्यक्ष पद के चु़नाव को लेकर जिला प्रशासन ने ओर से आगामी 3 जनवरी को समाहरणालय सभा कक्ष में चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है।
जिला परिषद में 29 महिलाओं का दबदबा : जिला परिषद चुनाव में जिले में कुल 51 पद है। इसमें सिंघिया में एक पद पर जिला परिषद प्रत्याशी की चुनाव से पूर्व मौत हो गई थी। इस वजह से फिलहाल 50 पद पर ही जिला परिषद सदस्य चयनित हो पाए। इसमें 36 जिला परिषद नए चुनकर आए है। जबकि 14 पुराने सदस्यों ने अपनी कुर्सी बचा ली। इसमें आधी आबादी का अधिक दबदबा है। 29 महिलाएं निर्वाचित हुई हैं। जिला परिषद अध्यक्ष पद अति पिछड़ा महिला के लिए सुरक्षित है।