समस्तीपुर जिला परिषद की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है, जहां उपाध्यक्ष अंजना राय के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। जिला कलेक्ट्रेट में बुधवार को हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में 38 सदस्यों ने उनके खिलाफ वोट किया, जबकि केवल 10 ने समर्थन में। अब जिले में नए उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है।
जिला परिषद की बैठक जिला अधिकारी योगेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। इस बैठक में अविश्वास प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसके बाद मतदान किया गया। बैठक में प्रमुखता से उपस्थित सदस्यों में रवि रोशन, अमित चौधरी, किरण कुमारी, उदय गुप्ता, संतोष शाह, सुनीता शर्मा और सुजीत कुमार शामिल थे। यह अविश्वास प्रस्ताव जिला परिषद अध्यक्ष को कुछ दिनों पहले सौंपे गए आवेदन के आधार पर लाया गया था। आरोप था कि अंजना राय कार्यालय में अनुपस्थित रहती हैं और विकास कार्यों में कोई रुचि नहीं दिखातीं।
इस मतदान के बाद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। बैठक के दौरान बहस काफी गर्म रही, और अंततः अंजना राय की कुर्सी चली गई। अब नए उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। जदयू और भाजपा समर्थित जिला परिषद सदस्यों की गोलबंदी से संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले चुनाव में इस गठबंधन का दबदबा रह सकता है।
ठाकुर उदय शंकर नए उपाध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, जिन्होंने अंजना राय के खिलाफ इस अविश्वास प्रस्ताव को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। इससे पहले भी उन्होंने उपाध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश की थी, लेकिन उस समय उन्हें सफलता नहीं मिली थी।