समस्तीपुर के थानेस्वर स्थान मंदिर में पूजा के दौरान एक अप्रत्याशित विवाद ने प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। घटना में डिप्टी कलेक्टर पुष्पिता झा से दुर्व्यवहार के आरोप में लोजपा नेत्री गीता कुशवाहा की गिरफ्तारी हुई है, जिससे यह मामला सुर्खियों में आ गया है।
डिप्टी कलेक्टर पुष्पिता झा शनिवार की रात अपने परिवार के साथ थानेस्वर स्थान मंदिर में पूजा के लिए पहुंची थीं। उस वक्त मंदिर में प्रवचन चल रहा था, और डिप्टी कलेक्टर पुरुषों की ओर बैठ गईं। मौके पर मौजूद लोगों में से कुछ ने बताया कि इस दौरान लोजपा की नेत्री गीता कुशवाहा भी वहां पहुंचीं। दोनों के बीच बैठने को लेकर कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई।
डिप्टी कलेक्टर झा ने इस घटना की सूचना तुरंत नगर पुलिस को दी। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और गीता कुशवाहा को हिरासत में ले लिया। रविवार को पूछताछ के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस मामले में डिप्टी कलेक्टर के बयान पर गीता कुशवाहा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें गाली-गलौज और हिंसा के आरोप शामिल हैं।
वहीं, लोजपा (रामविलास) के स्थानीय नेतृत्व ने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि गीता कुशवाहा पार्टी की सक्रिय सदस्य नहीं हैं। दूसरी ओर, लोजपा पारस गुट के नगर अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा ने भी पुष्टि की कि गीता को पिछले साल ही पार्टी से निकाला जा चुका है।