समस्तीपुर के पुरानी पोस्ट ऑफिस रोड पर शनिवार को हुए अनिल ज्वेलर्स लूटकांड ने न केवल शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि खुद व्यापारियों की सुरक्षा के प्रति लापरवाही को भी उजागर किया है। करोड़ों का लेनदेन करने वाले कारोबारी बुनियादी सुरक्षा उपायों जैसे सीसीटीवी, अलार्म और गार्ड रखने में चूक रहे हैं। इस घटना ने शहर के व्यापारिक समुदाय को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
शनिवार को अनिल ज्वेलर्स में हुई लूट के बाद पुलिस ने सोमवार को एफआईआर दर्ज की। एफआईआर के अनुसार, अपराधियों ने दुकान से लगभग 5.70 लाख रुपए नकद और 39 से 40 ज्वेलरी के कीमती आइटम लूट लिए, जिनकी कुल कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।
दुकान के मालिक अनिल कुमार ने बताया कि घटना के समय दुकान में चार लोग मौजूद थे, जिनमें एक महिला कर्मचारी भी शामिल थीं। पहले दो अपराधी ग्राहक बनकर दुकान में दाखिल हुए और सोने की चेन दिखाने की बात कही। मना करने पर कुछ ही देर में तीन अन्य अपराधी अंदर आए और उन्होंने पिस्तौल दिखाकर तिजोरी की चाबी मांगी। मजबूरी में चाबी सौंपने के बाद अपराधियों ने तिजोरी से ज्वेलरी और नकदी लेकर फरार हो गए।
घटना के बाद जब अनिल ने बाहर निकलकर देखा, तो उन्हें पता चला कि अपराधियों के कुछ साथी भी दुकान के बाहर खड़े थे, जो उन्हें मोटरसाइकिल पर लेकर फरार हो गए।
घटना के बाद पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए जा रहे हैं, लेकिन समस्तीपुर एसपी अशोक मिश्रा ने व्यापारियों से भी आत्म-सुरक्षा पर ध्यान देने की अपील की है। एसपी ने कहा कि करोड़ों का लेन-देन करने वाले व्यापारियों को अपनी दुकानों में सीसीटीवी कैमरा, अलार्म और निजी सुरक्षा गार्ड रखने चाहिए।
इस मामले की जांच के लिए एएसपी संजय पांडे के नेतृत्व में एक एसआईटी (विशेष जांच टीम) का गठन किया गया है। एसपी ने आश्वासन दिया कि अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।