समस्तीपुर के ताजपुर प्रखंड में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है। बीडीओ गौरव कुमार द्वारा निरीक्षण के दौरान दो बीएलओ के गैरजिम्मेदार रवैये के कारण उनके वेतन पर रोक लगाने का आदेश दिया गया है। यह मामला मतदाता सूची में नाम जोड़ने और संशोधन प्रक्रिया में अनियमितता का खुलासा करता है।
शनिवार को ताजपुर में विशेष अभियान के तहत सभी बूथों पर कैंप लगाए गए थे, जिनका निरीक्षण बीडीओ गौरव कुमार ने किया। बूथ संख्या 254 और 255 पर निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि बीएलओ जावेद शाहिद और मजहर हुसैन दोपहर 12:30 बजे तक अनुपस्थित थे। फार्म 6, जो मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए अनिवार्य होता है, का संकलन भी बहुत खराब पाया गया। जांच के दौरान जावेद शाहिद ने केवल एक फार्म संकलन की बात कही, जबकि मजहर हुसैन निरीक्षण के समय भी उपस्थित नहीं हुए। इस गैरजिम्मेदाराना रवैये के कारण दोनों बीएलओ के वेतन पर तत्काल रोक लगाने का आदेश दिया गया।
इसके अलावा, बूथ संख्या 271 पर स्थानीय निवासियों ने शिकायत की कि उनके द्वारा फॉर्म जमा करने के बावजूद उनके नाम सूची में नहीं जोड़े गए हैं। विशेष रूप से महिला और युवा मतदाताओं के नाम अब तक सूची में शामिल नहीं किए गए थे। जांच में यह भी पाया गया कि संबंधित बीएलओ ने मतदाता सूची और रजिस्टर प्रस्तुत नहीं किया, जो अभियान के दौरान अनिवार्य है।
बीडीओ ने कहा कि इस तरह का गैरजिम्मेदार व्यवहार अस्वीकार्य है। न केवल बीएलओ, बल्कि नोडल अधिकारियों की भी अनुपस्थिति पर सवाल उठाए गए हैं। इन नोडल अधिकारियों को प्रगति की निगरानी और रिपोर्टिंग का दायित्व सौंपा गया था, लेकिन वे भी फील्ड में अनुपस्थित पाए गए। उनके खिलाफ भी उचित कार्रवाई की जाएगी। बीडीओ ने सभी बीएलओ को निर्देश दिया कि वे समयबद्ध तरीके से अपने लक्ष्य पूरे करें और विशेष रूप से महिला एवं युवा मतदाताओं के फॉर्म 6 भरने पर ध्यान केंद्रित करें।