फेसबुक पर अनजान लोगों से दोस्ती करना कभी-कभी जानलेवा साबित हो सकता है। कोहिमा की एक किशोरी ने इसका खौफनाक अनुभव झेला, जब उसे नौकरी का झांसा देकर बिहार बुलाया गया और वहां देह व्यापार के अनैतिक धंधे में धकेल दिया गया।

दोस्ती से शोषण तक का सफर
किशोरी ने बताया कि उसकी फेसबुक पर अंजली कोरी नाम की युवती से दोस्ती हुई थी। अंजली ने उसे बेहतर नौकरी का वादा किया और सितंबर में बिहार आने के लिए मना लिया। लेकिन बिहार पहुंचने पर अंजली ने उसे आरकेस्ट्रा संचालक सुनील कुमार को बेच दिया।

कुछ दिनों तक सुनील और उसके साथियों ने उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया। बाद में 24 अक्टूबर को सुनील ने उसे शंभू चक गांव के निवासी शंकर प्रसाद को बेच दिया। यहां भी किशोरी को अमानवीय यातनाएं झेलनी पड़ीं।

आरकेस्ट्रा की आड़ में शोषण
किशोरी ने यह भी खुलासा किया कि उसे जबरन आरकेस्ट्रा में नाचने-गाने के लिए भेजा गया। विरोध करने पर उसे बुरी तरह पीटा गया और धमकियां दी गईं। इस अमानवीय व्यवहार के कारण उसकी तबीयत भी काफी खराब हो गई।

मानवाधिकार आयोग की पहल
किशोरी की स्थिति किसी तरह मानवाधिकार आयोग के संज्ञान में आई। आयोग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 27 नवंबर को किशोरी को मुक्त कराया। इसके बाद उसने कल्याणपुर थाना में न्याय की गुहार लगाई।


पुलिस की जांच और भविष्य की कार्रवाई
कल्याणपुर थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि किशोरी की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और उसका मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है। दोषियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सक्रिय हो चुकी है।

