समस्तीपुर, 11 मार्च | संवाददाता
Samastipur Double Murder Case : विभूतिपुर के पूर्व विधायक रामबालक सिंह को कोर्ट ने शुक्रवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पूर्व विधायक पर विभूतिपुर में दोहरे हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप है। इससे पहले करीब ढाई बजे विभूतिपुर पुलिस ने पूर्व विधायक को रोसड़ा कोर्ट में पेश किया। वहां एसीजेएम चतुर्थ राहुल किशोर ने उसे न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने पूर्व विधायक को रोसड़ा उपकारा भेज दिया। इस दौरान कोर्ट परिसर से जेल गेट तक पूर्व विधायक के समर्थकों की भीड़ लगी थी। इस कारण सुरक्षा की सख्त व्यवस्था की गई थी।
शुक्रवार को कोर्ट में पेशी की खबर मिलते ही सुबह दस बजे से ही न्यायालय परिसर में पूर्व विधायक के समर्थक जुटने लगे थे। एहतियात के तौर पर प्रशासन ने सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की थी। जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। दोपहर 12 बजे पुलिस पूर्व विधायक को लेकर कोर्ट परिसर पहुंची। कागजी प्रक्रिया पूरी किये जाने तक पूर्व विधायक को वाहन में ही रखा गया। इस दौरान वाहन के आसपास पुलिस बल तैनात थे।
विभूतिपुर पुलिस ने गुरुवार को छपरा रेलवे स्टेशन पर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस से पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस टीम पूर्व विधायक को लेकर समस्तीपुर आयी। जानकारी के मुताबिक, समस्तीपुर में एसपी विनय तिवारी ने पूर्व विधायक से दोहरे हत्याकांड केस में पूछताछ की। इस दौरान रामबालक का स्वीकारोक्ति बयान दर्ज किया गया। विभूतिपुर थानाध्यक्ष संदीप पाल ने बताया कि पुलिस के समक्ष पूर्व विधायक ने मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। मामले में पूर्व विधायक का भाई लालबाबू को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पूर्व विधायक ने कहा, कानून का किया सम्मान :
विभूतिपुर के दोहरे हत्याकांड में पेशी के दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत में पूर्व विधायक ने कहा कि उन्होंने कानून का सम्मान किया है। मामले में उन्हें नामजद किया गया है, जबकि घटना के दिन वह शादी समारोह में कोयम्बटूर में था। नामजद अभियुक्त रहने के कारण न्यायालय में सरेंडर करने जा रहा था। रास्ते में ही पुलिस ने उसे रोक लिया। मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है, न्याय मिलेगा।
चर्चित डबल मर्डर केस के खुलासा के बाद थी तलाश :
20 फरवरी को समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र में हुए चर्चित डबल मर्डर केस का समस्तीपुर पुलिस द्वारा खुलासा किये जाने के बाद से ही पूर्व विधायक की पुलिस को तलाश थी। इस मामले में पूर्व विधायक व उनके भाई लालबाबू सिंह सहित छह लोगों के खिलाफ विभूतिपुर थाना में हत्या के बाद नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पूर्व विधायक के भाई लालबाबू सिंह को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। वारदात के बाद पुलिस की अलग-अलग टीमें बिहार के अलावा झारखंड, बंगाल और दिल्ली में छापेमारी की थी जिसमें लालबाबू को दिल्ली से पकड़ने में सफलता मिली थी।
मृतक पूर्व मुखिया के पास था पूर्व विधायक का अश्लील वीडियो :
इस मामले का खुलासा होने के बाद यह बात सामने आयी कि पूर्व जदयू विधायक रामबालक सिंह का एक महिला के साथ अश्लील वीडियो मृतक पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह के पास था। वह उसे हर जगह वायरल कर रहा था जिससे राम बालक सिंह की छवि धूमिल हो रही थी। मुखिया के द्वारा पूर्व विधायक की छवि को धूमिल करने के लिए धमकी भी दी जा रही थी। इसी वजह से पूर्व विधायक व उसके भाई ने पूर्व मुखिया की हत्या की साजिश रची थी।
छह लाख रुपये में लिए गये थे दिल्ली से शूटर :
पूर्व विधायक व उनके भाई लालबाबू सिंह के द्वारा छह लाख रुपये में दिल्ली के चार शूटर को सुपारी दी गयी थी। सभी शूटर को पूर्व विधायक व उसके भाई के द्वारा घर पर ही रखा गया था और खुद अपने भाई के साथ बिहार से वे बाहर चले गए थे ताकि लोगों को उन पर शक न हो।
हत्या के समय कोयंबटूर में था :
चर्चित दोहरे हत्याकांड के नामजद अभियुक्त जेडीयू के पूर्व विधायक रामबालक सिंह ने हत्या से साफ तौर पर इंकार करते हुए कहा कि घटना के समय एक शादी समारोह में कोयंबटूर था। उसके सभी प्रमाण उनके पास है। उन्होंने पुलिस पर सगे संबंधी को परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस वजह से ही कोर्ट में सरेंडर करने के लिए जा रहा था लेकिन रास्ते में ही रोक लिया गया।