समस्तीपुर में मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में हुई घटना के बाद जिले में भी हड़कंप मच गया है। सदर अस्पताल में सोमवार को नेत्र चिकित्सक ने आपरेशन थिएटर में समुचित व्यवस्था नहीं रहने की वजह से मोतिया बिंद आपरेशन के लिए पहुंचे मरीजों को वापस कर दिया। साथ ही व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त रहने के बाद आपरेशन के लिए सूचना देने की बात कही।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आपरेशन थिएटर का स्वैब कल्चर टेस्ट रिपोर्ट नहीं आने को लेकर आपरेशन बंद किया गया है। ओटी को स्टरलाइज्ड करने के बाद सैंपल लेकर जांच के लिए डीएमसीएच भेजा गया है। इसकी रिपोर्ट आने और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध होने के बाद ही चिकित्सक आपरेशन करेंगे।
विदित हो कि सदर अस्पताल में आंखों के आपरेशन के लिए हाईटेक ओटी बनाया गया है। पिछले कई महीनों से मरीजों का आपरेशन किया जा रहा था, लेकिन व्यवस्था में कमी को लेकर नेत्र चिकित्सक ने सोमवार से आपरेशन करने पर रोक लगा दी। साथ ही सोमवार को पहुंचे 12 मरीजों को रजिस्ट्रेशन कराने के बाद बिना आपरेशन कराए ही घर लौटना पड़ा।
सभी को व्यवस्था दुरुस्त होने पर मोबाइल से काल कर सूचना देने की बात कही गई। इसमें मोरवा निवासी प्रेम सागर राय, प्रमिला देवी, मुक्तापुर निवासी दामोदर दास, मुसापुर निवासी शायरा खातून, सिंघियाघाट निवासी नागेश्वरी देवी, दुधपुरा निवासी मुकेश कुमार मिश्र, ताजपुर के चकहैदर निवासी विमलेश ठाकुर, जयकला देवी, विक्रमपुर बांदे निवासी देववंती देवी, हसनपुर जितवारपुर निवासी शनीचरी देवी, कल्याणपुर निवासी रामप्रीत पाल, काशीपुर निवासी मिंत्री देवी शामिल हैं।
आंख विभाग के लिए अति आवश्यक सामान उपलब्ध कराने की मांग :
आंख विभाग के लिए फ्लश ऑटो क्लेव, लाइजोल, बिटाडिन, बीएसएस साल्यूशन, फारर्मिलिन, केराटोम, स्टरलाइज्ड प्लास्टिक शीट, माइक्रोस्कोप, आरओ, एसी, चिकित्सक, नर्स व असिसटेंट के लिए ओटी ड्रेस सहित अन्य केमिकल व सामग्री अतिआवश्यक रूप से उपलब्ध कराने की मांग की है।
दो निजी संस्थानों में आंख के आपरेशन पर रोक का आदेश:
मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में हुई दुर्घटनाओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जिले के दो आंख अस्पतालों में किए जाने वाले मोतिया¨बद आपरेशन को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक रोक दिया है। सिविल सर्जन डा. सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने समृद्धि सोशल वर्क फाउंडेशन, चांदचौर और मिथिला आंख हॉस्पिटल मुसरीघरारी के संचालक को अगले आदेश तक मोतिया¨बद का आपरेशन नहीं करने का आदेश दिया गया है। इसमें समृद्धि सोशल वर्क फाउंडेशन के अंतर्गत ही समस्तीपुर आई हास्पिटल संचालित किया जा रहा है। सीएस ने स्पष्ट बताया कि मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में हुई घटनाओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।