Samastipur

Mahila Samwad : समस्तीपुर में ‘महिला संवाद’ अभियान की शुरुआत, 27 प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर डीएम ने किया रवाना.

Photo of author
By Samastipur Today Desk

 


 

Mahila Samwad : समस्तीपुर में ‘महिला संवाद’ अभियान की शुरुआत, 27 प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर डीएम ने किया रवाना.

 

Mahila Samwad : समस्तीपुर में जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने शुक्रवार को ‘महिला संवाद’ अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना और उन्हें सामाजिक व आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस दौरान डीएम रोशन कुशवाहा ने 27 प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर डीडीसी संदीप शेखर प्रियदर्शी, जिला परियोजना प्रबंधक जीविका विक्रांत शंकर सिंह, डीपीआरओ रजनीश कुमार राय समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

 

इस मौके पर डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि महिला सशक्तिकरण से संबंधित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के विषय में जागरूकता के लिए LED स्क्रीन युक्त 27 जागरूकता वाहन रवाना किया गया है। इसके माध्यम से फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें महिलाओं से जुड़े कार्य के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। लोगों को बताया जाएगा कि किस तरह से महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार काम कर रही है। जिले के विभिन्न प्रखंडों में माइक्रो प्लांट के तहत काम होगा।

उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत जिले में प्रतिदिन 54 स्थानों पर महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। अगले 60 दिनों में इस अभियान के तहत पूरे जिले में 3240 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। खास बात यह है किये प्रचार वाहन विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण करेंगे और वहां की महिलाओं से संवाद स्थापित करेंगे।

 

डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि इस संवाद कार्यक्रम के तहत महिलाओं को अपने परिवार और गांव की समस्याओं पहचानने और उनके समाधान के लिए सरकार के प्रयास को जानने का मौका देगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के जरिए महिलाओं और सामुदायिक संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है।

बताया गया है कि महिला संवाद के तहत महिला सशक्तिकरण नीति 2015, शराबबंदी, आरक्षण, दहेज उन्मूलन, बाल विवाह निषेध, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, छात्रा पोशाक योजना, जीविका जैसी अनेक योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। यह अभियान न सिर्फ महिलाओं को जानकारी देने का माध्यम बनेगा, बल्कि उन्हें अपनी सामाजिक भूमिका और अधिकारों के प्रति जागरूक कर सशक्त समाज की नींव रखने में मदद करेगा।