NEET Exam Fraud : समस्तीपुर पुलिस ने नीट यूजी परीक्षा 2025 में फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। पुलिस ने डमी कैंडिडेट के माध्यम से परीक्षा में लाभ दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों के कब्जे से परीक्षा संबंधी फर्जी दस्तावेज, 50 हजार रुपये नगद, तीन मोबाइल और एक कार बरामद की है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर के निवासी डॉ. रंजीत कुमार और दरभंगा जिले के लहेरियासराय काली मंदिर निवासी रामबाबू मल्लिक के तौर पर हुई है। इसमें डॉ. रंजीत कुमार बेगूसराय जेल में पदस्थापित है।

एएसपी संजय पांडेय ने प्रेस वार्ता में बताया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी नई दिल्ली की ओर से नीट यूजी परीक्षा 2025 का 4 मई को आयोजन किया गया था। इस परीक्षा के कदाचार मुक्त सफल संचालन हेतु संबंधित थाना के पुलिस के साथ-साथ अन्य एजेंसियाँ भी सर्तक रहकर निगरानी कर रही थी। इस परीक्षा में फर्जीवाड़ा कर अनुचित साधनों का उपयोग करके परीक्षा में लाभ लेने वाले सभी लोगों पर गहन नजर रखकर परीक्षा को संपूर्ण करवाने के आदेश दिए गए थे।

इसी क्रम में सूचना मिली कि एक गिरोह का सक्रिय सदस्य समस्तीपुर में घुम रहा है जो परीक्षा में तकनीकी रूप से छेड़छाड़ कर मूल अम्यार्थियों के बदले दुसरे फर्जी अभ्यर्थी (स्कॉलर) को परीक्षा में बैठाकर परीक्षा दिलाते है, ताकि अधिक अंक प्राप्त हो सके और अभ्यार्थियों का चयन हो सके। सूचना प्राप्त होते ही पुलिस अधीक्षक एसपी अशोक मिश्रा के द्वारा एक स्पेशल टीम का गठन किया गया। जिसके बाद इस टीम के द्वारा संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी।

इसी बीच शहर के मोहनपुर पुल के पास रात्रि में एक कार में सवार दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया। पुछताछ के क्रम में इनके द्वारा बताया कि ये लोग NEET 2025 परीक्षा में समस्तीपुर एवं अन्य जगहों पर मूल अभ्यर्थी के बदले दूसरे अभ्यर्थी को बैठाने हेतु फोटो पहचान पत्र एवं हस्ताक्षर का कूटरचना कर स्कॉलर को अन्य छात्र के जगह पर बैठाते है। इन्होने समस्तीपुर में स्कॉलर बैठाने का सेटिंग करने की बात बतायी।

इन आरोपियों के कब्जे से परीक्षा संबंधी फर्जी दस्तावेज, 50 हजार रुपये नगद, तीन मोबाइल और एक कार बरामद की है। इन लोंगो ने बताया कि ये लोग अभ्यर्थी से मोटी रकम लेकर स्कॉलर को 2-5 लाख रूपया देते हैं। उक्त दोनों आरोपी ने पुछताछ में अपना अपराध भी स्वीकार किया है। साथ ही इस गिरोह के सदस्यों द्वारा NEET 2025 परीक्षा में जिन जिन अभ्यर्थियों के बदले स्कॉलर को बैठाने की बात बतायी जा रही है, उनके संबंध अनुसंधान किया जा रहा है।
इस छापामारी टीम में मुफ्फसिल थानाध्यक्ष अजीत प्रसाद सिंह, तकनीकी शाखा प्रभारी के इंस्पेक्टर शिवपूजन कुमार, एसआई चन्द्रकेतू कुमार, एएसआई प्रमोद कुमार मंडल, एएसआई चन्द्रभूषण कुमार, एएसआई दीपक कुमार,एएसआई अमित कुमार, सिपाही गौतम कुमार, यशवंत कुमार, अखिलेश कुमार आदि शामिल थे।

