Double Murder in Samastipur : समस्तीपुर में सोमवार की सुबह पूर्व मुखिया और उनके सहयोगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. फायरिंग के बाद बदमाश बाइक से फरार हो गए. हत्या की वजह पंचायत चुनाव की रंजिश बताई जा रही है. हत्या के विरोध में लोगों ने आगजनी की और सड़क पर जाम लगा दिया.
Double Murder in Samastipur : बिहार के समस्तीपुर में बेखौफ अपराधियों ने गोलियां बरसाकर एक को मौत के घाट उतार दिया तो दूसरा शख्स जिंदगी की जंग लड़ रहा है। जिले के विभूतिपुर प्रखंड क्षेत्र में पूर्व मुखिया सहित दो लोगों को गोलियों से छलनी कर दिया। इस घटना में पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह की मौत हो गई। वहीं उनके साथ बाइक पर सवार शिवनाथपुर गांव के सत्यनारायण महतो उर्फ उर्फ मंत्री की मौत इलाज के दौरान अस्पताल में हो गई। सुरेंद्र प्रसाद सिंह विभूतिपुर प्रखंड के सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण के पूर्व मुखिया थे। वह चिमनी भट्टा का व्यवसाय करते थे।
बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह अपने सहयोगी सत्यनारायण सिंह के अपने चिमनी जा रहे थे। इसी दौरान महना चौर में मरडीहा स्कूल के पास घात लगाए हथियारबंद अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। दोनों को इस बात का कोई अनुमान नहीं था कि ऐसी घट सकती है। इसलिए वे भाग भी नहीं सके। गोलियों की आवाज सुनकर लोग दौड़े। वारदात के बाद बदमाश हथियार लहराते हुए बाइक से भाग निकले। फायरिंग की आवाज सुनकर घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सूचना मिलने पर पूर्व मुखिया के समर्थक और परिजन मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में दोनों को वाहन से सदर अस्पताल पहुंचाया गया। स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत डाक्टरों ने पूर्व मुखिया को मृत घोषित कर दिया। वहीं, जख्मी सहयोगी को प्राथमिक उपचार के बाद डीएमसीएच रेफर कर दिया। रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
घटना की सूचना पर दलबल के साथ पहुंची स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया। घटनास्थल से करीब आधा दर्जन खोखा और कई जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पुलिस के अनुसार एक बाइक पर सवार दो बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया और उसके बाद दोनों बदमाश बाइक से फरार हो गए।
पुलिस ने बताया कि पूर्व मुखिया सुरेंद्र अपने सहयोगी सत्यनारायण सिंह के साथ बाइक से गांव के कुछ दूर हटकर स्थित अपनी चिमनी पर जा रहे थे। इसी दौरान मडडीहा ब्रह्मस्थान के पास पहले से घात लगाए बैठे बाइक सवार दो बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सदर अस्पताल में नगर थाना अध्यक्ष चंद्रकांत गोरी ने बताया कि पूर्व मुखिया के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
चुनावी रंजिश में हत्या की आशंका :
फिलहाल हत्या का कारण पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, लेकिन इस डबल हत्याकांड को सिंघिया बुजुर्ग पंचायत में होने वाले उपचुनाव से जोड़कर देखा जा रहा। पूर्व विधायक रामबालक सिंह की पत्नी आशारानी सिंह सिंघिया बुजुर्ग पंचायत की मुखिया थीं। पूर्व मुखिया सुरेंद्र ने अपनी पत्नी ममता देवी को पंचायत से चुनाव लड़ाया था, जो 61 वोटों की अंतर से चुनाव हार गई। मुखिया आशारानी की अक्टूबर महीने में कैंसर से मौत हो गई। अब फिर से पंचायत चुनाव होना है, जिसमें पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह की पत्नी ममता देवी प्रबल दावेदार हैं।