RAU Pusa : राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि परिसर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय किसान मेला शुरू, मेला ग्राउंड में लगे180 स्टॉल.

       

समस्तीपुर, 24 फरवरी | संवाददाता

RAU Pusa : डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा के परिसर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय किसान मेला ( National Kisan Mela ) गुरुवार को शुरू हुआ। इस किसान मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि बिहार पशु विज्ञान विवि पटना के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह एवं अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. रामेश्वर सिंह ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में पूसा ( RAU Pusa ) एक ऐसा नाम है जो देश के साथ साथ विदेशों में भी प्रसिद्द है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती मौजूदा समय की मांग हैं। इसको बढ़ावा देने के लिए कृषि वैज्ञानिक किसानों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें। उन्होंने कहा कि किसानों को खेती में नई नई तकनीक, गुणवत्तापूर्ण बीज आदि को अपनाकर खेती करने की जरूरत है। इस कार्यक्रम का संचालन निदेशक अनुसंधान डॉ. एमएस कुंडू ने किया। वहीं अतिथियों का स्वागत विवि के कुलगीत गायक सत्यनारायण मिश्रा ने जय जय जय भारतीय कृषि की गाने से की।

ये तीन दिवसीय राष्ट्रीय किसान मेला 23-25 फरवरी तक चलेगा। इस बार किसान मेले का थीम –‘प्राकृतिक खेती एवं पोषक अनाज की खेती से किसानों की समृद्धि’ रखा गया है। इस तीन दिवसीय मेले में बेहतर फसल किस्मों और नवीन फसल की खेती के तरीकों का प्रदर्शन किया जाएगा।

 


आपको बता दें कि राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा (RAU, Pusa) द्वारा हर साल राष्टीय किसान मेला का आयोजन किया जाता है। संस्थान हर वर्ष अनेक फसलों और फलों की नई किस्में विकसित करता है। इस मेले में किसानों के लिए इन नई किस्मों के बीज उपलब्ध कराए जाते हैं। इसके साथ ही किसान विभिन्न फसलों के बारे में तकनीकी जानकारी भी दी जाती है। मेले के दौरान एक किसान गोष्ठी का आयोजन भी किया जाता है। इस दौरान किसान कृषि से संबंधित अपनी परेशानियों के बारे में जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

 

किसान मेला में इन राज्यों के किसानों ने लिया भाग :

किसान मेले में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओड़िसा, सिक्किम आदि जगहों के किसानों व कृषि उद्यमियों ने हिस्सा लिया। मेला ग्राउंड में कुल 180 स्टॉल लगाए गए हैं। इसमें से लगभग 60 स्टॉल विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों से जुड़े एवं अन्य स्टॉल अन्य संस्थानों से संबंधित हैं। किसानों को विभिन्न फसलों के उत्पादन तकनीक व कृषि से जुड़ी तमाम तरह की जानकारी दी जा रही है। मौके पर निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एमएस कुंडू, डॉ. विकास दास लीची अनुसंधान केंद्र निदेशक मुजफ्फरपुर, कुलसचिव डॉ. मृत्यंजय कुमार, केवीके हेड डॉ. आरके तिवारी थे।

 

 

मोटे अनाजों का उत्पादन किसानों के लिए लाभकारी : डॉ. पीएस पांडे

कृषि विवि पूसा ( RAU Pusa ) के कुलपति डॉ. पीएस पांडे ने कहा कि आज के दौर में पोषक अनाज की खेती को बढ़ावा देना अत्यंत ही जरूरी हैं। मोटे अनाज की खेती की दिशा में किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि विवि पूसा के वैज्ञानिकों ने कार्य आरंभ कर दिया हैं। उन्होंने कहा कि पोषक अनाज जैसे रागी, सांवा, ज्वार, मरुआ, कोदो, चेना आदि मोटे अनाजों में उच्च प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, आयरन आदि प्रचुर मात्रा में पाएं जाते हैं। ऐसे अनाजों का सेवन कर किसान न सिर्फ अपना और अपने परिवार के लाेगाें का पोषण ठीक रख सकते है बल्कि अपनी आमदनी को भी बढ़ा सकते हैं।

 

 

 

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