समस्तीपुर में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत वित्तीय अनियमितता मामले में मुखिया एवं पंचायत सचिव पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार पूसा थाना क्षेत्र के धोबगामा पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत वित्तीय अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है। जिसमें लोक शिकायत द्वितीय अपीलीय प्राधिकार समस्तीपुर के निर्देशानुसार मुखिया एवं संबंधित दोनों पंचायत सचिव पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी राजकुमार मांझी के आवेदन पर दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि उक्त पंचायत में कोरोना काल में पंचम वित्त योजना से मार्ग एवं सैनिटाइजर का वितरण पंचायत वासियों के बीच करना था जिसके तहत पंचायत के खाते से ₹3,84,000 की निकासी तो कर ली गई लेकिन वाउचर जमा नहीं किया गया।
उन्होंने बताया कि सात निश्चय योजना के तहत गली – नाली योजना के कार्य के लिए भी 6,24,000 चेक कटवा कर कर पुनः रद्द करने और फिर वही राशि का चेक दोबारा काटने के कारण शक की सुई संबंधित दोनों पंचायत सचिव के ऊपर आ गया। अनुसंधानकर्ता तारकेश्वर सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया से वार्ड 6 एवं 9 के वार्ड सदस्य एवं वार्ड सचिव की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है। वही इस मामले में थाना अध्यक्ष निशा भारती ने बताया कि मामले के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है एवं छानबीन की जा रही है।