समस्तीपुर में नाबालिग के साथ चलती गाड़ी में गैंगरेप की घटना सामने आई है. इस पूरे मामले में पीड़िता का आरोप है कि तीन युवकों ने समस्तीपुर जंक्शन (Samastipur ) से उसे अपने बोलेरो गाड़ी में बिठाया और फिर मुक्तापुर ले गए, जहां बोलेरो में बैठे एक युवक ने उसके पिता और उसे कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए दिया। कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद दोनों बेहोश हो गए। इसके बाद कार में मौजूद युवकों ने उसका बारी-बारी से रेप किया। वहीं, विरोध करने पर मारपीट किया। इसके बाद आरोपियों ने पीड़िता को सकरा थाना क्षेत्र में सड़क किनारे अर्धनग्न हालत में फेंक दिया। घटना 16 अगस्त की रात की है।
जहां 17 अगस्त की सुबह ग्रामीणों ने बेहोश नाबालिग को देखा तो सदर अस्पताल में भर्ती कराया। उसी दिन पूसा रोड से एक अधेड़ शख्स भी बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। 20 अगस्त को दोनों होश में आए। फिर पता चला कि दोनों पिता – पुत्री हैं। किशोरी की शिकायत पर समस्तीपुर पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाशों के पास से वह गाड़ी भी बरामद किया है, जिसपर घटना को अंजाम दिया गया था।
अब जानिए क्या है पूरा मामला :
घटना के संबंध में बताया गया है कि समस्तीपुर (Samastipur) जिले के रहने वाले एक व्यक्ति अपनी बेटी के साथ 16 अगस्त की रात करीब 1 बजे कोलकाता से समस्तीपुर जंक्शन पहुंचता है। जंक्शन से बाहर निकलते ही यशवंत कुमार पास आकर पूछा-कहां जाना है ? इसपर गांव का नाम बताया तो यशवंत ने कहा हम अपने घर पूसा जा रहे है और आप मेरे साथ चल सकते हैं। नाबालिग के पिता अपनी बेटी के साथ उसके बोलेरो गाड़ी में बैठ गए। बोलेरो में पहले से दो और व्यक्ति मो. सलाउद्दीन और मो. अलाउद्ददीन बैठे हुए थे।
मुक्तापुर पहुंचे तो बोलेरो में बैठे एक ने बाप-बेटी को कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए दिया। इसके बाद दोनों बेहोश हो गए। इसके बाद पिता को बेहोशी की हालत में बदमाशों ने पूसा रोड में सड़क किनोर फेंक दिया। इसके बाद तीन में से दो बदमाशों ने चलती गाड़ी में बारी-बारी से दुष्कर्म किया।
मोबाइल लोकेशन के जरिए बदमशों को किया गया गिरफ्तार :
शिकायत दर्ज होने के बाद एसपी ने एक स्पेशल गठन किया। टीम में नगर थानाध्यक्ष विक्रम आचार्या के साथ चंद्रकांत गौरी और चंद्र प्रकाश टिड्डू शामिल थे। थानाध्यक्ष ने पीड़िता के मोबाइल लोकेशन हिस्ट्री के जरिए घटना के रूट को ट्रेस किया। इसके बाद उस रूट में घटना के समय एक्टिव नेटर्वक और उनके मूवमेंट की जांच की। फिर घटना में शामिल तीनों आरोपियों को वैशाली जिले के बेलसर थाने के मिसरीलिया गांव के मो. सलाउद्दीन, मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाने के सतपुरा गांव के मो. अलाउद्ददीन और यशवंत कुमार को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार तीनों बदमाशों को जेल भेज दिया गया है।
रेल यात्रियों को बनाता था निशाना :
एसपी विनय तिवारी ने बताया कि तीनों बदमाशों को वाहन के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार तीनों बदमाश पटना, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर आदि स्टेशनों पर यात्रियों को निशाना बनाते थे। एसपी ने बताया कि पीतल को नकली सोना बताकर लोगों को ठगता था। इसके साथ ही नशीली दवा खिलाकर राहगीरों के साथ लूटपाट भी करता था।