दीपावली के इस शुभ अवसर पर समस्तीपुर शहर के बाजार आभूषण और पूजा-आरती सामग्री से सज चुके हैं। बाजार में खरीदारी के लिए आने वाली भीड़ को देखकर व्यापारियों के चेहरे पर आनंद की मुस्कान है। यह दीपावली के त्योहार के मौके पर बाजारों में धूमधाम है। श्री गणेश और माँ लक्ष्मी की प्रतिमाएँ बाजार को और भी रंगीन और आकर्षक बना रही हैं। बिक्री के लिए, दुकानदारों ने पटना, कोलकाता, लखनऊ और आगरा से आकर्षक मूर्तियों की खास खरीददारी की है, और यह मूर्तियां खरीदारों को बहुत आकर्षित कर रही हैं।
स्टेशन रोड, मगरदही रोड, रामबाबू चौक, मारवाड़ी बाजार, गुदरी बाजार व ताजपुर रोड सहित अन्य बाजारों व ग्रामीण चौक-चौराहों पर लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं बिक रहीं हैं। खासकर बाजारों में कोलकाता के कारीगरों की बनाई प्रतिमाएं बिक रही हैं। वहीं, मूर्ति की कीमतों की बात करें तो इस बार 50 रुपये लकर 21 सौ रुपये तक की लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति बाजार में मौजूद है।
दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की खरीदारी सबसे अहम है। बाजार में टेराकोटा वाली तीन से चार इंच की गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति सबसे कम दाम 50 रुपये में बिक रही हैं। वहीं, कोलकाता से मंगाई मूर्तियां सबसे महंगी है। रेशमी कपड़े, कुंदन और नग वाले गहनों से सजी यह मूर्तियां छह इंच से लेकर एक फीट तक की हैं।
लखनऊ से मंगाई गई मूर्तियां काफी आकर्षक हैं। यह आकार में थोड़ी छोटी जरूर हैं, लेकिन इनकी कीमत भी दो सौ से लेकर 15 सौ रुपये तक है। मूर्ति विक्रेता नितिन का कहना है कि अलग-अलग मूर्तियों और आकार के अनुरूप कीमत है। साथ ही अधिकांश मूर्ति स्वदेशी हैं, चाइनीज की बोलवाला बेहद कम हो गया है।