सबसे पहले आप सभी पाठकों को समस्तीपुर टुडे एवं दिव्यांशु राय की तरफ से दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं!
Samastipur | समस्तीपुर ज़िले में छोटी-बड़ी दिवाली रविवार 12 नवंबर को है। ढाई बजे तक रूप चतुर्दशी रहेगी और उसके बाद कार्तिक मास की अमावस्या शुरू होगी। लक्ष्मी पूजन अमावस्या की रात्रि को ही होता है। इसलिए महापर्व दिवाली रविवार को है। सोमवार को दान-पुण्य की अमावस्या होगी। गोवर्धन का पर्व 14 नवंबर और भैयादूज 15 नवंबर को होगी।
सर्वप्रथम घर के पूजा स्थल को अच्छे से साफ करें। एक लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्रत्त् बिछाएं और वस्त्रत्त् पर अक्षत अर्थात साबुत चावलों की एक परत बिछा दें। इस पर श्री लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा को विराजमान करें। यदि घर में श्रीलक्ष्मी गणेश का चांदी का सिक्का और श्रीयंत्र भी हो तो उन्हें भी इसी आसान पर स्थापित करें। सबसे पहले भगवान गणपति का पूजन करें। इसके बाद महालक्ष्मी का पूजन करें। लक्ष्मी-गणेश के पूजन के लिए घी का एक दीपक बनाएं, अन्य दीयों में सरसों के तेल का प्रयोग कर सकते हैं। सर्वप्रथम घी का दीया प्रज्वलित करें।
घरों में पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय
● 12 नवंबर की शाम को 5:35 से 7:31 बजे के बीच स्थिर लग्न (वृष)
व्यावसायिक प्रतिष्ठान
दिवाली शुभ चौघड़िया पूजा मुहूर्त
● अपराह्न मुहूर्त (शुभ)- 01:26 से 02:47 बजे तक
● सायंकाल मुहूर्त (शुभ, अमृत, चल)- 05:29 से 10:26 बजे तक
● रात्रि मुहूर्त (लाभ)- 01:44 से 03:23 बजे तक
● उषाकाल मुहूर्त (शुभ)- 05:02 से 06:41 बजे तक
दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश पूजा मुहूर्त (अन्य)
● प्रदोष काल- 05:29 से 08:07 बजे तक
● वृषभ काल- 05:40 से 07:36 बजे तक
दिवाली महानिशीथ काल पूजा मुहूर्त
● लक्ष्मी पूजा मुहूर्त- 11:39 से 12:31 बजे तक
● अवधि- 52 मिनट
● महानिशीथ काल- 11:39 से 12:31 बजे तक
● सिंह काल- 12:12 से 02:30 बजे तक