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Friday, September 22, 2023

Samastipur | समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी थाना प्रभारी नंद किशोर यादव की मौत, मवेशी तस्करों ने सिर में मारी थी गोली.

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समस्तीपुर टुडे | एक न्यूज़ वेबसाइट है जिसपर समस्तीपुर जिले और इसके आसपास के क्षेत्रों की समाचार प्रकाशित किए जाते हैं.

Samastipur Crime News : समस्तीपुर के मोहनपुर ओपी थाना प्रभारी नंद किशोर यादव की इलाज के दौरान मौत हो गई है. देर रात बदमाशों ने उन पर फायरिंग की थी. गोली उनके सिर में लगी थी. एसपी ने बताया कि दलसिंहसराय एसडीपीओ दिनेश पांडे के नेतृत्व में बदमाशों को गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. 

 

Samastipur Crime News : बिहार में अपराधियों को अब पुलिस का भी खौफ नहीं रहा. ताजा मामला समस्तीपुर जिले से सामने आया है. यहां मवेशी तस्करों का ऐसा तांडव है कि उन्होंने अपने काम में बाधा डालने पर दरोगा को ही गोली मारकर घायल कर दिया. ये घटना दल सिंह सराय थाना क्षेत्र की है. यहां मवेशी तस्करी की सूचना पर रेड करने पहुंचे मोहनपुर ओपी थानाध्यक्ष को अपराधियों ने गोली मार दी. गंभीर स्थिति में उन्हें दलसिंहसराय अनुमंडल अस्पताल लाया गया. उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया है.

जख्मी थानाध्यक्ष का इलाज बेगूसराय के निजी क्लीनिक में जारी है, जहां उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मोहनपुर ओपी क्षेत्र में इन दोनों मवेशी चोरी की घटना हो रही थी. मवेशी तस्करों की सूचना पर थानाध्यक्ष दलबल के साथ दलसिंहसराय थाना क्षेत्र में रेड करने पहुंचे. इस दौरान अपराधियों ने उन पर फायरिंग कर दी. बताया जा रहा है की गोली सर और आंख के बीच लगी है. घटना के बाद पूरे पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया है.

 

Samastipur police

 

 

 

पुलिस पर हमले की बढ़ती घटनाओं से बिहार पुलिस मुख्यालय टेंशन में है. बिहार पुलिस के बड़े-बड़े अधिकारी भी अपराधियों के बढ़े हौंसले से चिंतित हैं. बिहार के ADG के अनुसार 2020 और 2021 में 340 बार पुलिस पर हमला हुआ था. पिछले साल यह आंकड़ा 450 से अधिक हो गया था. ADG ने उस वक्त बताया था कि पिछले साल पुलिस पर हुए हमला मामले में 6 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. पुलिस पर हमले की घटना क्यों बढ़ी? इस सवाल पर ADG ने बताया था कि आम तौर पर दो मामलों में सबसे अधिक हमले पुलिस पर हुए. एक शराब मामले में छापेमारी के दौरान तो दूसरा बड़े अपराधियों को पकड़ने के दौरान. इस दौरान उन्होंने कहा था कि अग्निवीर योजना के कारण भी पुलिस पर हमले बढ़े हैं. हालांकि, उनका ये बयान आज की स्थिति में राजनीतिक लगता है.

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