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Friday, September 22, 2023

Bihar Crime : बिहार में अपराधी बेलगाम ! भैंस चोर को पकड़ने गए पुलिस पर हमला, थानेदार नंदकिशोर यादव शहीद.

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समस्तीपुर टुडे | एक न्यूज़ वेबसाइट है जिसपर समस्तीपुर जिले और इसके आसपास के क्षेत्रों की समाचार प्रकाशित किए जाते हैं.

Bihar Crime : एक तरफ पूरे देश सहित बिहार में 77वें स्वतंत्रता दिवस की धूम मची हैं, वही दूसरी ओर समस्तीपुर में अत्यंत दुःखद घटना की खबर मिली है। जानकारी के अनुसार जिले के मोहनपुर ओपी के थानाध्यक्ष (SHO) नंदकिशोर यादव की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस बात की पुष्टि समस्तीपुर के एसपी विनय तिवारी ने की है। एसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शहीद हुए ओपी अध्यक्ष का शव मोहनपुर ओपी लाया जाएगा। इस बीच जिले में स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले सांस्कतिक व खेलकूद प्रतियोगिता कर दिए गए हैं।

समस्तीपुर में भैंस चोर को पकड़ने गए थानेदार शहीद :

बता दें कि बिहार में कानून व्यवस्था पर इन दिनों काफी सवाल उठ रहे हैं। अपराधियों को हौंसले इस कदर बुलंद हैं कि वह पुलिसकर्मियों पर भी हमला करने से नहीं घबरा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें अपराधियों के साथ मुठभेड़ में एक थानेदार के शहीद होने की खबर है। घटना बिहार के समस्तीपुर जिले की है। बदमाशों से लोहा लेते शहीद हुए मोहनपुर ओपी अध्यक्ष नंदकिशोर यादव अररिया जिले के पलासी प्रखंड स्थित करोड़ दिघली वार्ड 11 का रहने वाले सरजी लाल यादव के सबसे छोटे बेटे थे। उनका ससुराल जोकीहाट प्रखंड के बहारबाड़ी में था। दारोगा के शहीद होने की सूचना मिलते ही करोड़ दिघली के अलावा बहारबाड़ी व रामबाग पूर्णिया में मातम पसरा है। गांव के लोग सन्न हैं।

तीन तस्करों को गिरफ्तार करने पर मिली सूचना पर कार्रवाई :

खबर के अनुसार मोहनपुर ओपी थाना क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से भैंस चोरी की घटनाएं हो रही थीं। जिसके जांच के दौरान पता चला था कि नालंदा का एक गिरोह इन वारदातों को अंजाम दे रहा है। इस पर कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी नंद किशोर यादव ने कई भैंस बरामद की थीं।

एसपी विनय तिवारी ने बताया कि बीती रात यानी 14 अगस्त को नंदकिशोर को सूचना मिली थी कि एक बार फिर से कुछ भैंस चोर समस्तीपुर आए हुए हैं और भैंस चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं। जिस पर नंदकिशोर ने तुरंत पड़ोसी थाना को घटना की सूचना दी। इसके बाद कार्रवाई करते हुए तीन तस्करों को एक ट्रक और एक पिकअप वैन के साथ अपने कब्जे में ले लिया।

छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर हमला :

इन गिरफ्तार तस्कारों से पूछताछ के क्रम में मोहनपुर ओपी के एसएचओ को कुछ महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई। जिसके बाद वे तुरंत अपनी टीम के साथ छापामारी के लिए निकल गए और बताए गए जगह पर पहुंचे जहां 8 से 10 की संख्या में अपराधी पहले से मौजूद थे। इसी बीच वहां मौजूद बदमाशों ने अंधेरे में ही अचानक पुलिस टीम पर फायरिंग ओपन कर दी, जिसमें मोहनपुर ओपी के एसएचओ नंदकिशोर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। इस फायरिंग के दौरान गोली सीधे थाना प्रभारी के सिर में लगी। जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने आननफानन उन्हें दलसिंहसराय अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उनके गंभीर हालत को देखते हुए पहले बेगूसराय और फिर उसके बाद उन्हें पटना रेफर किया गया था, जहां उनकी आज इलाज के दौरान मौत हो गई।

बदमाशों को गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी :

समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने बताया कि तीन कथित पशु तस्कर हिरासत में हैं। उनके अन्य साथियों को पकड़ने के लिए दलसिंहसराय एसडीपीओ दिनेश पांडे के नेतृत्व में तलाशी अभियान जारी है।

2009 में दारोगा की परीक्षा पास की थी :

शहीद दारोगा के बड़े भाई नारायण यादव ने बताया कि नंद किशोर 2009 में दारोगा की परीक्षा पास कर ट्रेनिंग की थी। किशनगंज व पूर्णिया जिला होते हुए उनका समस्तीपुर ट्रांसफर हुआ था। किशनगंज में वे कोचाधामन, पाठामारी, फतेहपुर व सदर किशनगंज थाना में काम किए। फिर पूर्णिया के खजांची हाट थाना में योगदान दिया। परिजनों के मुताबिक एंटी क्रिमनल होने के कारण नंदकिशोर जिस भी थाने में रहे बदमाश कांपते थे। शायद यही उनकी मौत का भी कारण बना।

एंट्री क्रिमिनल माइंडेड थे शहीद दारोगा नंद किशोर यादव :

दारोगा नंदकिशोर यादव के शहीद होने की खबर मिलते ही करोड़ दिघली गांव में कोहराम मच गया। घटना की सूचना के बाद परिजनों के अलावा उनके मित्र भी सदमे में हैं। करोड़ दिघली निवासी व नंदकिशोर के बचपन के साथी बालकृष्ण मांझी ने बताया कि वे साथ-साथ पढ़े हैं। अपराध व अपराधियों के प्रति उनमें नफरत भरा था। यही कारण था कि उसने पुलिस जॉब ही चुना ताकि इन बदमाशों को सबक सिखाया जा सके। पड़ोसी मायानंद मांझी व हेम नारायण यादव ने बताया कि नंद किशोर शुरू से ही होनहार था। लेकिन अचानक इस घटना से हमलोग सन्न हैं।

चार भाईयों में था सबसे छोटे थे नंद किशोर :

चार भाईयों में सबसे छोटा होने के कारण नंद किशोर परिवार में सबका दुलारे थे। सबसे बड़े भाई नारायण यादव, दूसरा भाई लक्ष्मी प्रसाद यादव व तीसरा भाई बाबू लाल यादव हैं। अन्य सभी भी कृषि कार्य में ही जुड़े हैं। शहीद दारोगा के बड़े भाई नारायण यादव ने बताया कि नंदकिशोर 1992 में पलासी उच्च विद्यालय से मैट्रिक परीक्षा पास किया। इसके बाद अररिया कॉलेज से इंटर व ग्रेजुएशन किया। 2012 में उनकी शादी जोकीहाट प्रखंड के बहारबाड़ी में अमृता यादव से हुई। उन्हें दो लड़के हैं।

घटना की सूचना मिलते ही शहीद दारोगा के भतीजे व नारायण यादव का बेटा मनोज यादव पटना के लिए निकल चुके हैं। परिजनों ने बताया कि नंद किशोर एक साल में एक बार सपरिवार घर आ ही जाता था। अंतिम संस्कार के सवाल पर बताया कि अभी कहना मुश्किल है कि उनकी अंत्येष्ठि कहां होगी-करोड़ दिघली, पूर्णिया या समस्तीपुर में।

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