समस्तीपुर जिले में स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ पारा मेडिकल एंड रिसर्च पर शिक्षा विभाग ने गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का अनुचित लाभ उठाने और विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ करने के आरोप में इस संस्थान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जारी किया गया है।
शिक्षा विभाग ने मालीनगर सैदपुर स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ पारा मेडिकल एंड रिसर्च पर आरोप लगाए हैं कि इस संस्थान ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का गलत तरीके से इस्तेमाल किया और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के बजाय उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया। शिक्षा विभाग की जांच में सामने आया कि संस्थान में लंबे समय से पठन-पाठन का कार्य बंद है, और संस्थान का बोर्ड तक गायब है। जांच दल ने पाया कि संस्थान की स्थिति अत्यंत दयनीय है, जहां न तो कोई शिक्षक उपस्थित थे और न ही स्टाफ। बंद कमरे और सन्नाटा संस्थान के हालात को दर्शाते हैं। नाईट गार्ड के अनुसार, संस्थान में महीनों से कोई शैक्षणिक गतिविधि नहीं हुई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि छात्रों और सरकारी योजनाओं के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी।
शिक्षा विभाग ने अब जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को आदेश दिया है कि संस्थान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए। इसके साथ ही, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत दिए गए लोन की राशि विद्यार्थियों से वसूलने के लिए राज्य शिक्षा वित्त निगम को भी निर्देश दिए गए हैं। यह कदम उठाकर शिक्षा विभाग ने स्पष्ट संदेश दिया है कि सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।