समस्तीपुर के महिला सिपाही अर्चना कुमारी सुसाइड मामले में (Samastipur) एसपी विनय तिवारी ने बड़ी कार्रवाई की है। एसपी ने परिवार के प्रताड़ना के आरोप के बाद पुलिस केंद्र के प्रभारी मेजर नयन कुमार को पद से हटा दिया है। नयन कुमार पर सिपाही अर्चना के पति से मिठाई भी मांगने का आरोप है। इसके साथ ही पुलिस लाइन के चार अन्य पदाधिकारी का भी तबादला किया गया है। बता दें कि समस्तीपुर इवीआर 112 के कंट्रोल रूम में कार्यरत महिला सिपाही अर्चना कुमारी ने सार्जेंट मेजर व वरीय अधिकारियों के रवैये से डिप्रेशन में आकर आत्महत्या कर ली थी। महिला सिपाही अर्चना कुमारी ने उन पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। जिसके बाद पूरे मामले की जांच के बाद एसपी ने यह कार्रवाई की है।
मेजर सार्जेंट नयन कुमार सहित 4 पुलिस कर्मियों का हुआ तबादला :
मिली जानकारी के अनुसार एसपी विनय तिवारी ने समस्तीपुर जिला पुलिस केंद्र (Samastipur Police) के सार्जेंट मेजर नयन कुमार को परिचारी प्रवर के पद से हटाकर पुलिस कार्यालय के अभियोजन एवं त्वरित विचारण कोषांग का प्रभारी बनाया है। वहीं उपस्कर शाखा प्रभारी प्रअनि विपुल कुमार को परिचारी प्रवर की नई जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इसके साथ ही पुलिस केंद्र के दिवा शाखा के सिपाही सतीश कुमार पांडेय एवं मुन्ना राम को स्थानांतरित कर क्रमशः लरझाघाट थाना एवं मोहनपुर ओपी में रिजर्व गार्ड बनाकर भेजा गया है, जबकि पुलिस केंद्र के रअनि प्रथम सिपाही चंद्रशेखर आनंद को सिंघिया थाना एवं रअनि द्वितीय सिपाही शिवनंदन कुमार को हलइ ओपी में रिजर्व गार्ड के रूप में तैनात किया गया है।
सुसाइड नोट ने खोले थे राज :
स्थानांतरित किये गए सभी पुलिसकर्मियों को 24 घंटे के अंदर अपने नये कार्यस्थल पर योगदान देने को कहा गया है। यहां बता दें कि सार्जेंट मेजर व वरीय अधिकारियों के रवैये से डिप्रेशन में आकर इवीआर 112 के कंट्रोल रूम में कार्यरत महिला सिपाही अर्चना कुमारी ने आत्महत्या कर ली थी। उसने मरने से पहले सुसाइड नोट लिख रखा था. जिसमें सार्जेंट मेजर सहित कई वरीय अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया था। साथ ही मृत सिपाही के पति ने भी पुलिस केंद्र के वरीय अधिकारियों पर कई तरह के आरोप लगाया है जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस सूत्रों की मानें तो महिला पुलिस कर्मी की सुसाइड मामले की जांच एसआइटी के द्वारा की जा रही है।

प्रताड़ना की शिकायत पर हुई कार्रवाई :
बताया गया है कि जांच प्रभावित न हो इसलिए एसपी (Samastipur SP ) ने यह कार्रवाई की है। एसपी विनय तिवारी ने कहा कि नयन कुमार पर मृतक सिपाही अर्चना के पति सिपाही सुमन ने हॉक्स टीम में रहने के दौरान मिठाई मांगने का आरोप लगाया था। साथ ही मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया था। जिस कारण जांच होने तक उन्हें उस पद से हटाना जरूरी था। ताकि जांच टीम सही से काम कर सके। इनके अलावा पुलिस केंद्र के विभिन्न शाखाओं में पदस्थापित चार अन्य पुलिसकर्मियों को भी तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण कर दिया गया है। पुलिस केंद्र के सार्जेंट मेजर नयन कुमार को परिचारी प्रवर के पद से हटाकर पुलिस कार्यालय के अभियोजन एवं त्वरित विचारण कोषांग का प्रभारी बनाया गया है।
24 घंटे में योगदान देने को कहा :
उपस्कर शाखा प्रभारी प्रअनि विपुल कुमार को परिचारी प्रवर की नई जिम्मेदारी सौंपी गयी है। वहीं पुलिस केंद्र के दिवा शाखा के सिपाही सतीश कुमार पांडेय एवं मुन्ना राम को स्थानांतरित कर क्रमशः लरझाघाट थाना एवं मोहनपुर ओपी में रिजर्व गार्ड बनाकर भेजा गया है। जबकि पुलिस केंद्र के रअनि प्रथम सिपाही चंद्रशेखर आनंद को सिंघिया थाना एवं रअनि द्वितीय सिपाही शिवनंदन कुमार को हलइ ओपी में रिजर्व गार्ड के रूप में तैनात किया गया है। स्थानांतरित किये गए सभी पुलिसकर्मियों को 24 घंटे के अंदर अपने नये कार्यस्थल पर योगदान देने को कहा गया है।
क्या था पूरा मामला ?
यहां बता दें कि सार्जेंट मेजर व वरीय अधिकारियों के रवैये से डिप्रेशन में आकर इवीआर 112 के कंट्रोल रूम में कार्यरत महिला सिपाही अर्चना कुमारी ने आत्महत्या कर ली थी। उसने मरने से पहले सुसाइड नोट लिख रखा था। जिसमें सार्जेंट मेजर सहित कई वरीय अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया था। साथ ही मृत सिपाही के पति ने भी पुलिस केंद्र के वरीय अधिकारियों पर कई तरह के आरोप लगाया है जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस सूत्रों की मानें तो महिला पुलिस कर्मी की सुसाइड मामले की जांच एसआइटी के द्वारा की जा रही है। जांच प्रभावित न हो इसलिए एसपी ने यह कार्रवाई की है।