Samastipur Crime : पूर्व मुखिया हत्याकांड का खुलासा करने में नाकाम पुलिस के हाथ उन हत्यारों तक भी नहीं पहुंच पा रहे हैं. 20 फरवरी को विभूतिपुर गोली मारकर हत्या के बाद से राजधानी में पांच सनसनीखेज वारदात हुईं, लेकिन आरोपितों को पकड़ना तो दूर पुलिस उनका सुराग तक नहीं लगा पाई.
समस्तीपुर, 27 फ़रवरी | संवाददाता
Samastipur Crime News : समस्तीपुर के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के महना चौर में सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण के पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह एवं उनके सहयोगी की हत्या की गुत्थी अब तक नहीं सुलझी है। पूर्व मुखिया की हत्या का एक सप्ताह बीतने को है, लेकिन अब तक पुलिस आरोपियों की तलाश में ही जुटी है। आरोपियों के अब तक नहीं पकड़े जाने के कारण स्थानीय ग्रामीणों के बीच आक्रोश व्याप्त है।
बता दें कि बीते बीते 20 फरवरी की सुबह अपराधियों ने पूर्व मुखिया सुरेंद्र प्रसाद सिंह की उस समय गोली मार कर हत्या कर दी थी, जब वे अपने सहयोगी सत्यनारायण महतो के साथ महना चौर में चिमनी पर जा रहे थे। जिससे उनका मौके पर ही मौत हो गई थी। स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि पुलिस केवल अंधेरे में तीर मार रही है।
हालांकि इस दोहरे हत्याकांड मामले में एसपी विनय तिवारी की मॉनिटरिंग में एसआईटी टीम गठित कर पुलिस इस हत्याकांड में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारीऔर घटना के कारणों का पर्दाफाश करने में जुटी हुई है। थानाध्यक्ष संदीप कुमार पाल ने कहते हैं कि पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। लेकिन घटना के इतने दिन बाद अभी तक एक भी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस के दावे पर सवाल खड़े कर रही है। दूसरी ओर दोनों पीड़ित परिवार और लोगों में भय व्याप्त हैं।
वहीं पुलिस के अनुसार इस कांड को लेकर दर्ज कराई गई प्राथमिकी और चिह्नित किए गए कई अन्य बिंदु पर काम कर रही है। पुलिस उस हर बिंदु पर जांच करने की बात कर रही है, जो मृतक के परिजनों से पूछताछ और अन्य जगहों से मिल रहे इनपुट में सामने आया है। लेकिन किसी भी बिंदु पर ठोस सबूत नहीं मिलने की वजह से जांच को आगे बढ़ाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, पुलिस इस मामले में निष्कर्ष तक पहुंच कर संतुष्ट होने के बाद जल्द ही सफल खुलासा कर लेने का दावा कर रही है।
पुलिस को लावारिस अवस्था में मिली बाइक :
पुलिस ने उजियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत संस्कृत मध्य विद्यालय लोहागीर के समीप एक गुमतिनुमा किराना दुकान के बगल से लावारिस अवस्था में एक अपाचे बाइक बरामद की है। इसकी पुष्टि थानाध्यक्ष संदीप कुमार पाल ने की है। इस संबंध में बताया जाता है कि विगत 20 फरवरी की सुबह करीब 9 बजे अज्ञात लोगों ने दुकान के समीप बाइक खड़ी कर दी। शाम करीब 3 बजे लोगों ने लावारिस अवस्था में खड़ी बाइक की सूचना थाना पुलिस को दी। पुलिस ने बाइक को थाना परिसर लाई है।
सीसीटीवी कैमरे की नजर से बचता रहा है शातिर शूटर :
चिमनी की तरफ जाने वाली सड़क किनारे एक घर में लगे सीसीटीवी कैमरे ने अपाचे बाइक सवार शूटर का गुजरना कैद हो गया। लेकिन, चालाक शूटर सीसीटीवी कैमरे की नजर से खुद को बचाने के लिए वैसे रास्ते का चयन किया है, जहां से उसका गंतव्य तक जाना पता नहीं चल सके। लोग कयास लगाते हैं कि शूटर घटना को अंजाम देने के बाद चैता पावर स्टेशन, चैता दक्षिण पंचायत भवन, नंदन बांध होते हुए सुंदरी चौक अंघारघाट और फिर संस्कृत मध्य विद्यालय लोहागीर के समीप पहुंचा होगा। इसके बाद यहां पर बाइक खड़ी कर दी होगी और किसी अन्य वाहनों पर सवार होकर गंतव्य तक भाग निकला होगा।
इधर घटना को लेकर पीड़ित परिवार से मिलने व सांत्वना देने के लिए विभिन्न दलों के नेताओं के आने का सिलसिला भी जारी है। दोनों पीड़ित परिवारों से पूर्व केन्द्रीय मंत्री नागमणि, विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता व पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी, विधानसभा में विरोधी दल के नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा, भूमि सुधार और राजस्व मंत्री आलोक मेहता, जाप सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, कांग्रेस के विधानसभा प्रभारी आभा ठाकुर आदि परिजन से मिलकर सांत्वना देने के साथ हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर चुके है। क्षेत्र में चौक-चौराहों पर भी लोगों में घटना की चर्चा जारी है।