समस्तीपुर जिले के पूसा थाना क्षेत्र में एक प्रमुख गिरफ्तारी हुई है। हरबंशमोहाल पुलिस ने 25 हजार रुपये के इनामी महाठग सुनील दुबे उर्फ लल्ला को गिरफ्तार किया है। सुनील विशेषकर छुट्टी पर घर लौटे फौजियों से मित्रता कर उनकी गाढ़ी कमाई लूटता था।
35 मुकदमों का आरोप
पुलिस के अनुसार, सुनील दुबे के खिलाफ अब तक 35 मुकदमों की जानकारी मिली है और अन्य मामलों की जांच के लिए जीआरपी से संपर्क किया गया है। डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार ने हरबंशमोहाल थाने में आयोजित पत्रकार वार्ता में इस गिरफ्तारी की जानकारी साझा की।
घटना की जानकारी
ग्राम और पोस्ट फतेहाबाद, थाना पारू जिला मुजफ्फरपुर (बिहार) निवासी शैलेन्द्र पांडेय, जो सीआरपीएफ में एएसआइ/जीडी के पद पर तैनात हैं, 10 फरवरी 2024 को नई दिल्ली से मुजफ्फरपुर के लिए बिहार सम्पर्क क्रान्ति एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे थे। इस दौरान एक व्यक्ति ने उन्हें अपनी बातों में फंसाकर कानपुर सेंट्रल पर उतरने के लिए राजी कर लिया। वहां होटल सनराइज में ठहरने के दौरान आरोपी ने उनका एटीएम कार्ड बदल लिया और मोबाइल से सिम कार्ड निकाल लिए।
पुलिस की कार्रवाई
घर पहुंचकर शैलेन्द्र पांडेय ने पाया कि उनके खाते से ढाई लाख रुपये निकाले जा चुके थे। इस घटना के बाद पुलिस ने आपरेशन त्रिनेत्र के तहत होटल सनराइज के आसपास लगे कैमरों की मदद से सुनील दुबे की पहचान की। सुनील बेहद चालाक था और उसे पकड़ना मुश्किल था। लेकिन पांच महीनों के पीछा करने के बाद, पुलिस ने उसे सिद्धेश्वर मंदिर के पास मुरे कंपनी पुल के रास्ते पर गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी और पूछताछ
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को सुनील के पास से तमंचा, कारतूस, छह विभिन्न नाम पतों के आधार कार्ड, प्रेस आईडी कार्ड, चार एटीएम, चार सिम और एक मोटरसाइकिल मिली। पूछताछ में सुनील ने कबूला कि उसने दर्जनों घटनाओं को अंजाम दिया है। हाल ही में उसने बिहार क्षेत्र में ट्रेनों में सफर के दौरान करीब एक दर्जन घटनाएं की हैं।
व्यापक ऑपरेशन
सुनील ने 2020 में दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर जीआरपी द्वारा पकड़े जाने के बाद, दिसंबर 2023 में जेल से रिहा होकर फिर से टप्पेबाजी शुरू कर दी थी। उसने उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, उत्तराखंड, असम, झारखंड, छत्तीसगढ़ और हरियाणा में 200 से अधिक वारदातें की हैं।
पुलिस का बयान
इंस्पेक्टर हरबंशमोहाल विक्रम सिंह ने बताया कि चौकी प्रभारी सुतरखाना आदित्य कुमार बाजपेयी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने करीब 50 हजार किमी तक सुनील का पीछा किया। हर बार वह गच्चा देता रहा, सिम और मोबाइल बदलता रहा और लोकेशन बदलकर भागता रहा। सुनील पड़री थाना का हिस्ट्रीशीटर भी है।
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