Bihar School: सहरसा जिले समेत बिहार के सभी सरकारी स्कूलों में शुक्रवार से शिक्षकों की ही तरह बच्चों की आनलाइन हाजिरी बनेगी. इसके लिए सभी सरकारी स्कूलों में टैबलेट उपलब्ध करा दिये गये हैं. शिक्षकों की हाजिरी दिन में दो बार बनती है, लेकिन बच्चों की हाजिरी अब दिन में तीन बार बनेगी. शिक्षा विभाग स्कूल में शैक्षणिक वातावरण निर्माण के लिए हर हमेशा नए- नए तरीके अपना रही है.

शिक्षकों को मिली ट्रेनिंग
शिक्षकों को आनलाइन हाजिरी प्रतिदिन बनानी पड़ रही है. उसी तरह अब स्कूल में अध्ययनरत बच्चों की भी आनलाइन हाजिरी बनेगी. शिक्षा विभाग ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है. विभाग ने हर स्कूल को टेबलेट जुलाई माह में ही वितरित कर दिया गया है, जिसके लिए शिक्षकों सहित प्रधान को भी ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया गया है. बच्चों की आनलाइन हाजिरी ई शिक्षा कोष पोर्टल पर ली जाएगी.

चेहरे को स्कैन करके बनेगी हाजिरी
ई शिक्षाकोष पोर्टल पर बच्चों के चेहरे को स्कैन करके हाजिरी लगेगी. साथ ही बच्चों की ही तरह शिक्षकों की भी हाजिरी इसी टेबलेट से बनेगी. इससे शिक्षकों को अलग अलग मोबाइल से फेस स्कैनिंग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बच्चों की आनलाइन हाजिरी सुबह में स्कूल आने वक्त, टिफिन में और छुट्टी से पहले ली जाएगी. इससे बच्चों की उपस्थिति का भी आंकड़ा सही दिखने लगेगा. कई बार मध्याह्न भोजन योजना का आंकड़ा व बच्चों की भौतिक उपस्थिति में बड़ा फर्क दिखता है.


आज से टैबलेट से बन रही हाजिरी
लोगों का कहना है कि इस टैबलेट से बच्चों की उपस्थिति बनने से मध्याह्न भोजन में बच्चों का आंकड़ा काफी कम होने की उम्मीद है. इससे जहां मध्याह्न भोजन योजना में चल रही लूट की प्रवृति पर भी रोक लगेगी. कई बार अधिकारियों के निरीक्षण में देखा गया है कि मध्याह्न भोजन में बच्चों की संख्या काफी अधिक थी और भौतिक सत्यापन में बच्चे काफी कम दिखे. अब तो मध्याह्न भोजन के समय में ही बच्चों की हाजिरी बनेगी कि किन- किन बच्चों ने मध्याह्न भोजन योजना का लाभ लेने में सफल रहे.



