बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही कार्रवाई में एक बड़ा मामला सामने आया है। पश्चिमी चंपारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) रजनीकांत प्रवीण के कई ठिकानों पर विजिलेंस की टीम ने छापेमारी की। इस छापेमारी में करोड़ों की नकदी और संपत्ति का खुलासा हुआ, जिसने शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
विजिलेंस टीम ने गुरुवार को रजनीकांत प्रवीण के सात ठिकानों पर छापा मारा। करीब 10 घंटे की छानबीन में 3 करोड़ से अधिक नकदी और कीमती गहने बरामद किए गए। 2007 में समस्तीपुर में पोस्टिंग के दौरान रजनीकांत की पत्नी सुषमा शर्मा ने तिरहुत एकेडमी में शिक्षक के रूप में काम शुरू किया। वर्तमान में वह तीन जिलों—मधुबनी, दरभंगा, और समस्तीपुर—में निजी स्कूल चला रही हैं।
रजनीकांत के रिश्तेदारों की सरकारी नौकरियों ने भी कई सवाल खड़े किए हैं। उनकी साली गीतांजलि समस्तीपुर के कृष्णा हाई स्कूल में शिक्षिका हैं, जबकि उनकी पत्नी की भाभी रेलवे गोल्फ फील्ड में शिक्षिका हैं। कहा जा रहा है कि ये नियुक्तियां रजनीकांत की डीईओ बनने के बाद हुईं।
दरभंगा में उनकी पत्नी द्वारा संचालित बिरला ओपन माइंड्स इंटरनेशनल स्कूल पर भी निगरानी टीम ने कार्रवाई की। टीम ने स्कूल के दस्तावेज खंगाले और शिक्षकों-कर्मचारियों से पूछताछ की। हालांकि, स्कूल के एकेडमी हेड के अनुसार अब तक कोई अनियमितता सामने नहीं आई है।
सूत्रों के अनुसार, 2015-17 में दरभंगा में डीईओ के पद पर रहते हुए रजनीकांत ने स्कूल के लिए जमीन खरीदी और अपनी पत्नी को स्कूल फ्रेंचाइजी का निदेशक बनाया।